" पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं। " पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं।
आज तो रेशमा की प्यारी गैया भी रंभा रंभा कर जैसे गायन कर रही हो... आज तो रेशमा की प्यारी गैया भी रंभा रंभा कर जैसे गायन कर रही हो...
मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे। मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे।
हमें सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलानी होगी। हमें सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलानी होगी।
बाहर लेटी मेहरोत्रा जी की मिट्टी शायद मुस्करा रही है । एक सांस के बंधन , एक पल के बंधन बाहर लेटी मेहरोत्रा जी की मिट्टी शायद मुस्करा रही है । एक सांस के बंधन , एक पल क...
और इतना कहते हुए मुग्धा की आँखें नम हो गई। और इतना कहते हुए मुग्धा की आँखें नम हो गई।